Ram Nath Kovind Biography in Hindi: वर्तमान भारत के राष्ट्रपति, पटना हाई कोर्ट चीफ जस्टिस और राज्यसभा के सांसद रह चुके वरिष्ठ वकील श्री रामनाथ कोविंद जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित किया और भारतीय राजनीति को एक सकारात्मक योगदान दिया. इस लेख में “श्री रामनाथ कोविंद जी की जीवनी” (Biography of Ram Nath Kovind in Hindi) संक्षिप्त में दिया गया है.
Ram Nath Kovind Biography in Hindi (श्री रामनाथ कोविन्द की जीवन परिचय)
श्री रामनाथ कोविन्द ने 25 जुलाई 2017 को भारत के 14 वें 0राष्ट्रपति के रुप में शपथ ली। संसद के के हॉल में उन्हें मुख्य न्यायाधीश जगदीश खेहर ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई । इन्होंने डॉक्टर प्रणब मुखर्जि के स्थान पर भारत के राष्ट्रपति के रुप में पद ग्रहण किया। भारत के राष्ट्रपति बनकर श्री कोविन्द राज्यों और देश के अखण्डता व एकता के रुप में कार्य करेंगे ।
कोविन्द का प्रारम्भिक जीवन कठिनाइयों में गुजरा और उन्होंने युवा समाज के पिछडे व निम्न वर्ग के कल्याण के लिए आजीवन कार्य करते हुए करते हुए स्वयं का जीवन समर्पित किया है। उत्तर प्रदेश से सम्बन्धिता कोविन्द दलित समुदाय से सम्बन्धित देश के दूसरे राष्ट्रपति है। उनसे पहले के0 आर0 नारायण दलित समाज के पहले व्यक्ति थे। जो वर्ष 1997 में 95% मतो के साथ राष्ट्रपति हुए थे। राष्ट्रपति के रुप में रामनाथ कोविन्द रामनाथ कोविन्द का एक सामान्य प़ृष्ठभूमि से निकलकर राष्ट्रपति पद तक पहुँचना लोकतन्त्र की शक्ति का प्रतीक है।
श्री रामनाथ कोविन्द भाजपा अर्थात् राष्ट्रीय जनतान्त्रित गठबन्धन के राष्टपति के रुप में उम्मीदवार घोषित किए गए। उन्होंने अपने विपक्षी उम्मीदवार लोकसभा की पूर्व अध्यक्षा मीरा कुमार को कुल वोटों का 66.65% प्राप्त कर हराया । कोविन्द को क्रॉस वोटिंग का लाभ भी मिला । उन्हें तय मतों 3% अधिक मत प्राप्त हुए। भारत के राष्ट्रपति का निर्वाचन का निर्वाचन मण्डल द्वारा अप्रत्यक्ष रुप से किया जाता है। जिसमें संसद के दोनों सदनो के निर्वाचित सदस्य शामिल होते है। भारत में राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
राष्ट्रपति अपने कार्यकाल के दौरान किसी भी समय उपाध्यता को अपने त्यागपत्र दे सकते है और संविधान का उल्लंघन करने के लिए संसद द्वारा उन पर महाभियोग भी चलाया जा सकता है। राष्ट्रपति का मानसिक वेतन 1.5 लाख होता है , जिसमें अन्य कई भत्ते भी शामिल होते है। पिता का नाम स्वर्गिय माइको लाल तथा माता का नाम कलावती था। इनकी पत्नी का नाम सविता कोविन्द है। इनके पुत्र का नाम प्रशान्त तथा पुत्री का नाम स्वाति है।
श्री रामनाथ कोविन्द ने बीकॉम और एलएलबी की डिग्री कानपुर विश्नविधालय से प्राप्त की । रामनाथ कोविन्द ने LLB की डिग्री प्राप्त करने के बाद वकालत में अपना करियर बनाया और एक दक्ष वकील साबित हुए। वकालत करते हुए उन्होने दिल्ली हाइकोर्ट में इनका कार्यकाल वर्ष 1977 से वर्ष 1979 तक रहा , फिर वर्ष 1980 से 1993 के दौरन इन्होने केन्द्रीय सरकार की स्टैण्डिंग काउन्सिल की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस की।
राजनीति में प्रवेश वर्ष 1991 में श्री रामनाथ कोविन्द भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए तथा 1994 में इन्हे उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद नियुक्त किया गया। अपनी कुशल कार्यक्षमता के बल पर इन्होंने लगातार दो बार राज्यसभा सांसद का पद प्राप्त किया। राज्यसभा सदस्य के रुप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विशिष्ट पदों पर भी कार्य किया. जैसे – अनसुचित जाति पार्लियामेण्ट्री कमेटी , होम अफेयर्स पार्लियामेण्ट्री ,पेट्रोलियम और नेचुरल गैस पार्लियामेण्ट्री कमेटी सोशल जस्टिस और एम्पेर्बेमेण्ट पार्लियामेण्ट्री कमेटी , ला जस्टिस पार्लियामेण्ट्री कमेटी एवं राज्यसभा चेयरमैन । अन्य पदों पर नियुक्ति – श्री रामनाथ कोविन्द जी को विभिन्न महत्त्वपूर्ण पदों पर भी करने का अवसर मिला।
इन्होंने डॉक्टर भीमराव अम्बेकर यूनिवर्सिटी में मैनेजमेण्ट बोर्ड के पद पर भी काम किया। कोलकाता के इण्डियन इंस्टीट्रयूट ऑफ मैनेजमेण्ट के मेम्बर ऑफ बोर्ड के पद पर भी इन्होंने अपनी कार्यक्षमता का परिचय दिया तथा साथ ही इन्होंने वर्ष 2002 युनाइटेड नेशन जनरल असेम्बली में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।
राज्यपाल के रुप में – वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में श्री रामनाथ कोविन्द को उत्तर प्रदेश के उरई (सुरक्षित क्षेत ) से टिकट नहीं मिला रामनाथ कोविन्द ने आगे राजनीती से किनारा कर लिया था. किन्तु 8 अगस्त 2015 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें बिहार के राज्यपाल के रुप में नियुक्त किया । शपथ लेने के साथ ही कोविंन्द बिहार के 36 वे राज्यपाल बन गए । 16 अगस्त 2015 को उन्हें पटना हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस भी घोषित किया गया। निष्कर्ष रामनाथ कोविन्द भाजपा के ऐसे पहले अभ्यर्थी है। जो राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। राष्ट्रपति बनने के बाद कोविन्द ने जिबूती और इथोपिया देशो की आधिकारिक यात्रा की और इस यात्रा से भारत और अर्फिका के रणनीतीक और व्यापारिक रिश्ते काफी मजबूत हूए है। श्री रामनाथ कोविन्द जी पेशे से वकील होने के कारण भारतीय संविधान के अच्छे ज्ञाता है। अत: आशा है कि वे भारत के सफल और अच्छे राष्ट्रपति सिध्द होगे।
♦Conclusion♦
सबसे पहले यह लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद प्रस्तुत लेख में रामनाथ कोविंद की जीवनी, राजनीतिक और सामाजिक विकास के रूप में उनके योगदान, के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई. हम उम्मीद करते हैं कि Ram Nath Kovind Biography in Hindi | श्री रामनाथ कोविन्द की जीवनी यह लेख आपको पसंद आया होगा, अगर आपको पसंद आया है तो नीचे हमें Comment में जरूर बताएं और इस लेख को अपने मित्रों के साथ Share करें.
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