हस्तरेखा ज्ञान की संपूर्ण जानकारी

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वर्तमान समय में हमारा देश, विज्ञान की दृष्टि से सर्वोच्च वैज्ञानिक दृष्टिकोण और आविष्कार देने वाले तमाम विकसित देशों के साथ मजबूती से खड़ा है। लेकिन खास बात यह है; कि हमारे देश में न केवल नई तकनीकों को ज्ञान को अपनाया जा रहा है; बल्कि हम साथ ही अपनी प्राचीन पद्धति एवं परंपराओं को लेकर भी चलते हैं; जो देश को एक संस्कृति से जुड़े रखता है; और एक अलग तरह से मजबूती के साथ आगे बढ़ाने में मदद करता है।

प्रत्येक भारतवासी साथ ही हम अपनी प्राचीन पद्धति हो एवं परंपराओं पर गर्व करता है; चाहे प्रभावशाली चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद हो या आधुनिक विज्ञान, हमारे प्राचीन ग्रंथों की ही देन है।

ऐसे काफी सारे प्राचीन ज्ञान है; जो आज भी हमारे देश में मौजूद हैं; जिनका प्रयोग करके कई प्रकार के काम किए जाते हैं; उन्हीं में से एक हस्तरेखा ज्ञान (Hast Rekha Gyan) भी है। इसके प्रति लोगों की अपनी-अपनी मान्यताएं हैं, कुछ लोग हस्तरेखा को ज्योतिष का हिस्सा मानते हैं तो कुछ इसे विज्ञान से जोड़ते हैं।

अगर विज्ञान के आधार पर हस्तरेखा के उपयोग के बाद की जाए तो यह एक यूनिक डिजाइन होती है; जो सिक्योरिटी सिस्टम के लिए बेहतरीन साबित हो सकती है। दैनिक जीवन में हम इसका इस्तेमाल अपने मोबाइल को Unlock करने के लिए करते हैं

लेकिन अगर हमारे प्राचीन ज्ञान की मानें तो हस्तरेखा हमारे जीवन को दर्शाती है; फिर चाहे वह भूत हो या फिर भविष्य !अगर आप उन लोगों में से एक हो जो प्राचीन पद्धति के ज्ञान के बारे में जानने में दिलचस्पी रखते हैं और हस्तरेखा ज्ञान के बारे में जानना चाहते हैं; तो खास आपके लिए है।

इस लेख में हम आपको ना केवल; हस्त रेखा ज्ञान क्या है, हस्त रेखा ज्ञान कैसे कार्य करता है; और यह किस तरह से प्रभावशाली है जैसे दिलचस्प सवालों का जवाब देंगे; बल्कि हस्त रेखा ज्ञान से संबंधित संपूर्ण जानकारी आसान शब्दों में देंगे। तो चलिए आगे बढ़ते हैं:

हस्तरेखा ज्ञान क्या हैं ?

हस्तरेखा ज्ञान, ज्योतिषी का एक हिस्सा है; जिसके अंतर्गत हस्त रेखा यानी कि हमारे हाथ की लकीरों को देख कर भविष्य भूतकाल के बारे में बताया जा सकता है; और साथ में हमारे जीवन से जुड़ी कई अन्य चीजें जैसे की हमारे स्वभाव आदि के बारे में भी इससे पता चल सकता है।

प्राचीन काल में ज्योतिषी का ज्ञान एक प्रमुख और लोकप्रिय ज्ञान हुआ करता था; जो काफी विस्तृत भी था और इसी ज्ञान के अंतर्गत हस्तरेखा ज्ञान (Palmistry in Hindi) भी शामिल होता था।

कोई भी एक बेहतरीन ज्योतिषी जो ज्योतिष ज्ञान के बारे में अच्छी जानकारी रखता है; और हस्तरेखा ज्ञान (Hast Rekha Gyan) के बारे में अच्छे से जानता है; हमारी हाथों की रेखाओं को देख कर हमारे भूतकाल व भविष्यकाल के बारे में बता सकता है; और साथ ही वह हमारे आचरण एवं व्यवहार और हमारी जीवन शैली के बारे में भी हस्तरेखा पढ़ कर बता सकता है।

हस्तरेखा ज्ञान में किन रेखाओं का क्या मतलब होता हैं ?

Palmistry in Hindi

हमारे देश में प्राचीन काल से चले आ रहे हस्तरेखा ज्ञान (Hast Rekha Gyan) का पूरा तात्पर्य हमारी हाथों की लकीरों से होता है; जिसमें प्रत्येक लकीर का अपना एक अलग महत्व और संभावनाएं होती है।

अगर आप अपने हाथों में देखे तो आपको हजारों की संख्या में लकीरे दिखेगी और वहीं अगर एक ज्योतिषी आपके हाथों में देखे तो उसे हजारों संभावनाओं के साथ आपका भविष्य, भूतकाल दिखेगा।

ज्योतिष अर्थात हस्तरेखा ज्ञान के आधार पर हमारे हाथों में कई प्रकार की लकीर होती है; जो मुख्य रूप से हमारे जीवन के बारे में बताती है; और कुछ ना कुछ संदेश देती हैं। अगर आप जानना चाहते हो कि हस्तरेखा ज्ञान में किस रेखा का क्या मतलब होता है; तो वह कुछ इस प्रकार है :

जीवन रेखा (Line of Life)

हमारे हाथों में जितने भी रेखाएं होती है उनमें से सबसे प्रमुख रेखाओं में जीवन रेखा की पुष्टि भी होती है। जीवन रेखा अंगूठे के बीच से होकर आधार पर खत्म होती है।

जीवन रेखाओं के कई तरह से कई मतलब ज्योतिषियों के द्वारा निकाले जाते हैं; और उनमें से जो लोकप्रिय संभावना है; वह यह है, कि अगर व्यक्ति की जीवन रेखा लंबी होती है; तो उसका स्वास्थ्य अधिकतर बेहतर रहता है; और अगर व्यक्ति के जीवन रेखा छोटी रहती है, तो उसको स्वास्थ्य परेशानियों से भरा हुआ होता है।

वहीं अगर व्यक्ति के जीवन रेखा गहरी होती है; तो उसके जीवन में काफी उत्साह और रोमांच रहता है; और अगर यह रेखा हल्की होती है; तो व्यक्ति का जीवन कम उत्साहित और रोमांचित रहता है।

इसके अलावा इन रेखाओं के बारे में एक संभावना यह भी है; कि अगर किसी व्यक्ति के दो या तीन जीवन रेखा एक साथ हो तो उसका जीवन काफी सकारात्मक रहता है।

ह्रदय रेखा (Line of Heart)

हृदय रेखा भी हमारे हाथ में मौजूद सभी रेखाओं में महत्वपूर्ण होती है। हृदय रेखा; तर्जनी से आरंभ होती है; और सबसे छोटी उंगली कनिष्का पर खत्म होती हैं।

हृदय रेखा के बारे में भी ज्योतिष कई प्रकार की संभावना है; माना जाता है, कि जिस व्यक्ति के हृदय रेखा जितनी लंबी होती है; वह उतना ही वह सरल स्वभावी, मीठा बोलने वाला और लोगों को पसंद आने वाला होता है; वह सम्मान व प्रतिष्ठा के साथ जीवन व्यतीत करना पसंद करते हैं।

और अगर यह रेखा छोटी होती है, तो व्यक्ति उसका विपरीत होता है; अर्थात आसानी से किसी पर विश्वास नहीं करते। और वह क्रूर प्रवत्ति के लोग होते हैं।

मस्तिष्क रेखा (Line of Mind)

मस्तिष्क रेखा भी हमारे हाथ में मिलने वाली सबसे महत्वपूर्ण रेखाओं में से एक होती है; जो तर्जनी उंगली के नीचे से जीवन रेखा के आरम्भ से ही शुरू होती है; और इसका अंत कनिष्का उंगली के नीचे हथेली तक जाकर होता हैं।

अन्य रेखाओं की तरह मस्तिष्क रेखा को लेकर भी ज्योतिषियों कि कुछ मान्यता व सम्भावनाए होती है; जो इस प्रकार है कि अगर यह रेखा लंबी होती है; तो व्यक्ति का मानसिक संतुलन काफी बेहतर होता है; और अगर यह रेखा छोटी है, तो इसका विपरीत होता है।

जिन लोगों के मस्तिष्क रेखा लंबी और गहरी होती है, वह भाग्य से ज्यादा मेहनत में विश्वास करते हैं और उनकी याददाश्त भी काफी बेहतर होती है; तो वहीं दूसरी तरफ जिन लोगों के मस्तिष्क रेखा छोटी और हल्की रहती है वह कम मेहनत करने वाले और जल्दी भूलने वाले होते हैं।

भाग्य रेखा (Line of Luck)

भाग्य रेखा भी हाथों में पाई जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण लकीरों में से एक मानी जाती है; जो मध्यमा और अनामिका अंगुलियों के बीच से निकलकर हथेली में नीचे तक जाती है।

अन्य रेखाओं की तरह है इस रेखा को लेकर भी ज्योतिषियों के बीच कई तरह की मान्यताए और संभावनाए है। पूरी भाग्य रेखा हर व्यक्ति के हाथ में नहीं होती है और जो इस व्यक्ति की भाग्य रेखा जितनी गहरी वह लंबी होती है; वह उतना ही अधिक भाग्यशाली होता है।

वहीं दूसरी तरफ जिसकी भाग्य रेखा हल्की व छोटी होती है; उसे अपने जीवन में सफलता व संतुष्टि प्राप्त करने के लिए अधिक संघर्ष करना पड़ता है। भाग्य रेखा के संबंध मस्तिष्क रेखा से भी माने जाते हैं, जो मिलकर व्यक्ति के कैरियर आदि के बारे में बताते हैं।

सूर्य रेखा (Line of Sun)

अगर आप ज्योतिष के बारे में थोड़ा जानते हो तो आपको पता होगा कि सूर्य रेखा, चंद्र पर्वत से शुरू होकर तीसरी उंगली अनामिका तक जाती है।

इस रेखा के बारे में ज्योतिषियों की माने तो इस प्रकार है कि, जो व्यक्ति सूर्य रेखा की गहराई व लंबाई के साथ जन्म लेता है; वह स्वाभिमानी, किसी से भयभीत ना होने वाला और बेहतरीन इच्छा शक्ति वाला होता है, जो अपने संकल्पों को पूरा करता हैं।

जिन व्यक्तियों की सूर्य रेखा लंबी और गहरी होती है; वह कभी भी अपने जीवन में हार नहीं मानते है और उसके विपरीत जिन व्यक्तियों में सूर्य रेखा नहीं होती या फिर कमजोर सूर्य रेखा होती है; उनका स्वभाव भी गहरी सूर्य रेखा वाले व्यक्तियों के मुकाबले विपरीत पाया जाता है।

स्वास्थ्य रेखा (Line of Health)

स्वास्थ्य रेखा भी हाथ में पाई जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण देशों में से एक होती है, जो हमारे हाथ की छोटी उंगली से शुरू होती है और हथेली के निचले भाग तक जाती है।

जैसा इस रेखा का नाम है, यह रेखा पूरी तरह से स्वास्थ्य पर निर्भर करती है; अर्थात अगर यह रेखा गहरी और बेहतर होगी तो व्यक्तिगत स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और अगर यह रेखा हल्की व छोटी होगी तो, जिस व्यक्ति की रेखा है उसके स्वास्थ्य संबंधित समस्या बनी रहेगी।

शुद्र मुद्रिका रेखा (Ring Line)

शुद्र मुद्रिका रेखा हाथ की सबसे महत्वपूर्ण रेखाओं में से एक होती है, जो तर्जनी से शुरू होकर अनामिका के मध्य तक जाती है और यह रेखा हमारे हाथ में चंद्राकार आकृति में बनी हुई होती है।

जिन व्यक्तियों में यह रेखा अधिक लंबी और गहरी होती है; उनके लिए कहा जाता है कि वह लोग अधिक कामुक होते हैं, अधिक पैसा खर्च करते हैं और भौतिकवादी भी काफी ज्यादा होते हैं।

शुद्र मुद्रिका रेखा जिन लोगों में गहरी वाला भी पाई जाती है; उनके लिए कहा जाता है, कि यह लोग विलासी जीवन के शौकीन होते हैं और वहीं दूसरी तरफ जिन लोगों के शुद्र मुद्रिका रेखा नहीं होती या फिर हल्की व कमजोर होती हैं; वह गहरी और लंबी सूत्र मुद्रिका रेखा वाले व्यक्तियों से बिल्कुल विपरीत रहते हैं।

मंगल रेखा (Line of Mars)

मंगल रेखा वह रेखा होती है; जो जीवन रेखा और अंगूठे के बीच से शुरू होती है और और हस्त के मंगल पर्वत पर जाकर खत्म होती हैं।

अन्य रेखाओं की तरह मंगल रेखा के बारे में भी ज्योतिषियों कि कई तरह की मान्यता है; जिसमें से मुख्य मान्यता यह है, कि जिन लोगों के मंगल रेखा गहरी और लंबी होती है; वह लोग कार्य को सोच समझकर करते हैं और जो भी लक्ष्य बना लेते हैं उसके प्रति जुझारू हो जाते हैं।

मंगल रेखा वाले लोगों के बारे में कहा जाता है, कि यह लोग अगर एक बार किसी काम को करने की ठान लेते हैं, तो उसके बाद उसे पूरा करके ही रहते है। इस प्रकार के लोग सफल भी तेजी से होते हैं फिर चाहे उनके द्वारा किया जा रहा काम किसी भी प्रकार का हो।

प्रेम रेखा (Line of Love)

प्रेम रेखा भी आज के समय में विभिन्न प्रकार की संभावनाओं को देखते हुए सबसे महत्वपूर्ण रेखाओं में से एक मानी जाती है। प्रेम रेखा की स्थिति सबसे छोटी उंगली के नीचे होती है।

इस रेखा को लेकर जो मुख्य मान्यता है; वह यह है कि, जिस व्यक्ति की यह रेखा मजबूत होती है; अर्थात गहरी व लंबी होती है; वह व्यक्ति रिश्ते की अहमियत को समझता है और जिंदगी भर अपना रिश्ता चलाता है।

वही अगर दूसरी तरफ अगर प्रेम रेखा कमजोर अर्थात छोटी व हल्की रहती हैं; तो व्यक्ति रिश्ते की कीमत को अधिक नही समझता और वह सटीक रूप से रिश्ते नही निभा पाता अर्थात व्यक्ति अधिक स्वार्थी होता है।

चंद्र रेखा (Line of Moon)

चंद्र रेखा को भी हाथ में मिलने वाली सबसे महत्वपूर्ण रेखाओं के अंतर्गत किया जाता है और इस रेखा की शुरुआत कनिष्का और अनामिका उंगलियों के मध्य से होती है और अंत हथेली के नीचे की तरफ पाए जाने वाले मणिबंध भाग पर होता है।

चंद्र रेखा के बारे में ज्योतिषियों का मानना है, कि जिन लोगों के चंद्र रेखा गहरी व मजबूत होती है; वह लोग काफी प्रेरित और सकारात्मकता से भरे होते हैं; हमेशा उन्नति के कार्यों में लगे रहते हैं।

चंद्र रेखा धनुषाकार होती है और यह धनुषाकार रेखा जिस व्यक्ति के हाथ में पाई जाती है; वह न केवल सफल होता है, बल्कि आसपास के सभी लोगों के व्यवहार में कुशल भी होता है।

सिमीयन रेखा (Simian Line)

सिमीयन हस्तरेखा रेखा भी काफी कम इंसानों में होती है; लेकिन यह एक महत्वपूर्ण रेखा मानी जाती है। इस रेखा को लेकर ज्योतिषियों का मानना है, कि जिन लोगों में यह रेखा होती है; वह काफी जिद्दी किस्म के लोग होते हैं और इस तरह के लोग अपने दिल और दिमाग दोनो को बखूबी चलाते हैं।

सिमीयन रेखा वाले लोग काफी अधिक समझदार होते हैं और उन्हें लोगों को परखना भी काफी अच्छे तरीके से आता है। यही कारण होता है, कि सिमीयन रेखा वाले लोग संसार को काले और सफेद दोनों की नजर से देखते हैं।

इस प्रकार के लोगों की एक खास बात यह भी रहती है कि यह काफी तनाव में रहते हैं और अगर इनसे कोई बात कह दी जाए तो वह उसे काफी बारीकी से ले लेते हैं।

निकृष्ट रेखा (Line of Bed Luck)

निकृष्ट की स्थिति की बात की जाए तो यह रेखा चंद्र रेखा से शुरू होती है और स्वास्थ्य रेखा के साथ शुक्र स्थान में प्रवेश करती है। नाम के अनुसार इस रेखा से संबंधित मान्यताएं भी निकृष्ट की है।

निकृष्ट रेखा के बारे में कहा जाता है कि अगर किसी किसी व्यक्ति के हाथ में यह रेखा ना हो वही बेहतर है। जिस व्यक्ति के हाथ में ही है रेखा पाई जाती है; उसे काफी दुख झेलने पड़ते हैं।

इस रेखा के बारे में एक बात यह भी है कि जिन लोगों की यह रेखा लंबी और गहरी होती है वह लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना भी करते हैं। अगर इस

हस्त रेखा ज्ञान कैसे कार्य करता हैं ?

हस्तरेखा ज्ञान का उपयोग करते हुए ही कई धार्मिक दस्तावेज तैयार किये जाते हैं। आज के समय में अधिकतर लोग ज्योतिष, हस्तरेखा ज्ञान (Palmistry in Hindi) आदि पर विश्वास नहीं करते; लेकिन असलियत तो यह है, कि कई लोगों के लिए इस प्रकार का ज्ञान काफी लाभदायक साबित होता है।

अब आपको बता दे कि हस्त रेखा ज्ञान कैसे काम करता है; जिस तरह से हमने आपको ऊपर कुछ मुख्य रेखाओं की मान्यता व संभावना के बारे में बताया, उस तरह से हर रेखा की मान्यता व संभावना होती है और उन्हें देखते हुए ज्योतिषी हमारे जीवन से संबंधित संभावनाए और हमारे व्यवहार आदि के बारे में बताते हैं।

जो निपुण ज्योतिषी होते हैं; वह हस्तरेखा ज्ञान (Hast Rekha Gyan) का इस्तेमाल करते हुए आपको आपके बारे में काफी कुछ बता सकते हैं जिससे कि आपको अपने काम करने के तरीके को बदलने और अपने जीवन में अधिक सफलता, आनंद प्राप्त करने में मदद मिल सकती हैं।

हस्तरेखा ज्ञान सामान्य जीवन में क्यों प्रभावशाली हैं ?

हमें से काफी सारे लोग ऐसे हैं; जो आधुनिक विज्ञान पर काफी ज्यादा विश्वास करते हैं और यह बात कोई गलत भी नहीं है; क्योंकि हमने सभी को विज्ञान पर भरोसा करना चाहिए। लेकिन अगर हम विज्ञान पर भरोसा करते हुए अपनी खुद की संस्कृति को पिछड़ा हुआ बताए तो वह बात जरूर गलत हो जाती है। आयुर्वेद जैसे कई ज्ञान हमें हमारी संस्कृति और धर्म से ही मिले हैं, जो आज के समय में काफी लाभदायक साबित होते हैं।

हस्तरेखा ज्ञान व ज्योतिष ज्ञान भी कुछ ऐसे ही ज्ञान हैं। ज्योतिषी ज्ञान का एक छोटा सा भाग हस्तरेखा ज्ञान (Palmistry in Hindi) होता है; जिसमें हाथों की लकीरों को देखकर व्यक्ति के बारे में तो बताया जा सकता हैं और साथ मे उसके भूतकाल और भविष्य काल को लेकर भी कई संभावनाएं जताई जा सकती है; जिससे कि व्यक्ति सचेत हो सकता है और अपने आपमें सुधार कर सकता है।

अगर आप हस्त रेखा ज्ञान में विश्वास नहीं करते तो आप काफी सारे ऐसे उदाहरण देख सकते हैं; जब हस्तरेखा ज्ञान के द्वारा बताई गई संभावना है; बिल्कुल सही निकली। यही कारण है कि हस्तरेखा ज्ञान एक प्रभावशाली ज्ञान है।

क्या हस्तरेखा ज्ञान पर विश्वास करना चाहिए ?

हाथ की रेखाओं में कोई ना कोई तो विज्ञान है यह निश्चित है। लेकिन इसका सही जवाब थोड़ा मुश्किल हो सकता है की ज्योतिष हस्तरेखा ज्ञान पर विश्वास करना चाहिए या नहीं, इसमें कोई दो राय नहीं है, कि हस्तरेखा एक प्रकार का विज्ञान है; जो प्राचीन ग्रंथों खोजा गया है।

लेकिन आजकल लोगों ने निजी स्वार्थ या पर्याप्त ज्ञान ना होने के कारण इसे एक मजाक बना दिया है; आजकल के हाथ देखने वाले ज्ञानी भी उसी प्रकार के जवाब देते हैं जैसा आप सुनना चाहते हैं और इससे हम गलत जानकारी के शिकार हो जाते हैं। कई लोग ज्योतिषी के पास जाकर कुछ अजीबोगरीब प्रश्न पूछते हैं जैसे – मेरी पत्नी काली होगी या गोरी, मेरे पति या पत्नी का किसी और से संबंध तो नहीं है, मेरी शादी कब होगी, मेरी नौकरी कब लगेगी; ऐसे प्रश्नों ने ही हस्तरेखा ज्ञान के महत्व को कम कर दिया है।

यदि आप कुंडली पर भरोसा करते हैं तो आपको हस्तरेखा ज्ञान में भी विश्वास करना चाहिए; क्योंकि यह उसी का गहन अध्ययन होता है। अधिकतर लोगों ने माना है कि हस्तरेखा के गहन अध्ययन से मनुष्य के बारे में संभावना के आधार पर कुछ चीजें जानी जा सकती हैं; लेकिन यह पूर्ण विज्ञान नहीं है; अतः निश्चित नहीं है कि वैसा ही होगा।

आपकी किस्मत आपकी मुट्ठी में है, ऐसा तो आपने सुना ही होगा यह एक दो अर्थ वाली बात है; अब यह निर्भर आप पर करता है, कि आप इसे कैसे समझते हैं। यदि आप हस्तरेखा या ज्योतिष में विश्वास रखते हैं, तो भी आपके अनुसार बात सटीक है और यदि आप इस में विश्वास नहीं रखते हैं, तो इसका अर्थ कुछ इस प्रकार मान सकते है कि प्रकृति ने आपको कर्म करने का ज्ञान दिया है; जिससे आप अपनी किस्मत अच्छी बना सकते हैं।

यदि कोई यह कहता है कि जिनके हाथों में लकीरें नहीं है उनकी किस्मत अच्छी नहीं होती है; तो यह पूर्णत; गलत है हमारे पास आज हजारों ऐसे उदाहरण है; जिनमें व्यक्तियों से प्रकृति ने उनके हाथ छीन लिए लेकिन सफलता को उनके कदमों का मोहताज बनाया है।

क्या हस्तरेखा ज्ञान पर विश्वास करना चाहिए ?

आज उनके पास नाम, पैसा, शोहरत प्रत्येक चीज मौजूद है; जिनमें से ऑस्ट्रेलिया में जन्मे, एक सफल प्रेरक वक्ता Nick Vujicic,  केरल की रहने वाली स्वप्ना दोनों हाथ नहीं है; लेकिन कमाल की चित्रकार, दुनिया की पहली पायलट Jessica Cox जिनके दोनों बाहें नही हैं। इन सभी ने अपने हौसले और कर्मों से सफलता को प्राप्त किया है।

हस्तरेखा ज्ञान से सम्बन्धित कुछ रोचक बातें

हस्तरेखा ज्ञान को उन ज्ञानो में गिना जाता हैं, जो सेकड़ो साल पुराने हैं और आज तक मौजूद हैं। हम आपको आज तरह का ज्ञान के बारे में ऊपर पर्याप्त जानकारी दे चुके हैं; लेकिन अगर आप इसे थोड़ा रोचक तरीके समझना चाहते हैं तो हस्त रेखा ज्ञान से संबंधित रोचक जानकारी (Amazing fact about Hast Rekha Gyan) भी जान ले:

♦हस्तरेखा ज्ञान की एक लोकप्रिय मान्यता यह हैं, कि जिन लोगों के हाथ में M का निशान होता है; वह काफी बुद्धिमान और आत्मविश्वासी होते हैं।  वह लोग अपने जीवन में काफी तरक्की करते हैं और एक संतुष्टि जीवन जीते है। इसके अलावा इन लोगों के बारे में एक खास मान्यता यह भी है, कि इनकी इंद्रिया काफी तेज होती है; ऐसे में अगर इन लोगों से झूठ बोला जाए और इनके साथ धोखाधड़ी करने की कोशिश की जाए तो यह आसानी से पहचान लेते हैं।

♦अगर आप लोगों के हाथों को देखकर रहते हो तो आपको पता होगा कि काफी सारे लोगों के हाथ में X का निशान रहता है; दरअसल जिन लोगों के हाथ में यह निशान होता है; वह लोग अपनी जिंदगी में काफी लोकप्रियता प्राप्त करते हैं और साथ में काफी पैसा भी कमाते हैं। इसके अलावा यह लोग मेहनत में काफी विश्वास करते हैं।

♦काफी सारे लोग ऐसे होते हैं; जिनके हाथों को मिलाने से आधा चांद का निशान बनता है और यह निशान भी हस्तरेखा ज्ञान में अपना एक विशेष महत्व रखता है। जिन लोगों के हाथों को मिलाने से आधा चांद का निशान बनता है; वह लोग अपनी तरफ लोगों को काफी आकर्षित करते हैं और इन लोगों के पास पैसों की भी भरमार होती है। इस प्रकार के लोगों को अपने जीवन में सफलता जरूर मिलती है और साथ में यह लोग काफी मेहनती भी होते हैं।

आज आपने क्या सीखा ):-

प्रिय पाठको, आज के इस लेख में हमने हस्तरेखा ज्ञान के बारे में विस्तार से जाना है।

हम आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा Palmistry अर्थात हाथ देखने की कला पर आधारित यह लेख पसंद आया होगा, यदि हां; तो इसे अपने मित्रों एवं संबंधित लोगों से SHARE करना ना भूले।

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सचिन गंगवार
सचिन गंगवारhttp://www.sachingangwar.com
सचिन गंगवार इस ब्लॉग के संस्थापक हैं। बीते 4 वर्षों से संस्थापक का उद्देश्य डिजिटल इंडिया के तहत हमारी मातृभाषा हिंदी में उपभोक्ताओं तक अधिक से अधिक जानकारी पहुंचाना है। सचिन, आप सभी का इस ब्लॉग पर एक पाठक के रूप में आभार व्यक्त करते हैं।

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