अनुशासन पर निबंध

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मानव जीवन के प्रत्येक पड़ाव में अनुशासन का बहुत महत्व है; आज के समय में एक अनुशासित व्यक्ति ही स्वयं को और समाज को आगे बढ़ा सकता है यहां आज हमने अनुशासन पर कुछ निबंध प्रस्तुत किए हैं :

अनुशासन पर छोटे एवं बड़े निबंध (Short and Long Essay on Discipline in Hindi)

अनुशासन पर निबंध – Discipline Essay in Hindi

प्रथम निबंध (300 शब्द)

जन्म के कुछ ही दिनों के बाद, व्यक्ति अनुशासन का पाठ पढ़ना शुरू करता है, और इसकी शुरुआत उसके घर से ही होती है। प्रत्येक घर में रहन सहन के तौर तरीके और नियम अलग-अलग होते हैं, व्यक्ति को उनके अनुसार ही आचरण करना सिखाया जाता है।

जब वह विद्यालय और उसके बाद महाविद्यालय जाने लगता है, तो उसे वहां के नियमों का पालन करना होता है, नौकरी या व्यवसाय में वहां के नियमों के अनुसार व्यवहार करना पड़ता है, सांसारिक जीवन में गृहस्थ जीवन के और सामाजिक जीवन में समाज के नियमों का पालन करना होता है।

इस तरह व्यक्ति जीवन के हर पड़ाव पर नियमों का पालन करता रहता है। इन्ही सब नियमों का पालन करने वाला व्यक्ति ही, अनुशासित, आज्ञाकारी और संयमित बनता है, जो अपने विचारों और कर्मों पर अपना नियंत्रण रखता है; जिससे उसका सर्वांगीण विकास होता है।

विद्यार्थियों के लिए अनुशासन को सफलता की कुंजी कहा गया है; क्योंकि यदि छात्र अपने अध्ययन के समय में अनुशासन को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई करता है तो उसे सफलता जरूर मिलती है यही कारण है कि छात्र जीवन में अनुशासन को सफलता का आधार माना गया है; ना सिर्फ विद्यार्थी जीवन में बल्कि जीवन के सभी पड़ावों पर अनुशासन हमें सफलता के शिखर तक पहुंचाता है यदि अनुशासन को जीवन में उतारा जाये।

अपने जीवन को अनुशासित बनाए रखने के लिए हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए; क्योंकि अनुशासन ही सफलता की पहली सीढ़ी मानी जाती है।


द्वितीय निबंध (400 शब्द)

प्रस्तावना :

अनुशासन का अर्थ होता है, स्वयं पर शासन करना। इसे और व्यापक रूप से समझें तो अनुशासन का अर्थ होता है, खुद ही अपने लिए नियम बनाना और उनका पालन करना। परंतु अनुशासन की प्रमुख व्याख्या यह है कि परिवार, समाज, देश या किसी संस्था द्वारा बनाए गए, नियमों के अनुसार आचरण और व्यवहार करना ही अनुशासन कहलाता है। संक्षिप्त में, नीति तथा नियमों का पालन करना ही अनुशासन होता है।

अनुशासन का महत्व :

अनुशासन, नियम, कायदे यह नाम सुनकर कई बार हमें गुस्सा आ जाता है। लेकिन जीवन में सफल होने के लिए व्यक्ति को अनुशासित होना बहुत जरूरी होता है। जब हम बच्चे होते हैं, तो हमारे जागने, सोने, नहाने, खाने, पढ़ने, खेलने आदि का समय निश्चित होता है और हमें उसके अनुसार ही चलना होता है।

उस समय यह नियम हमें बंधन या ज्यादती लग सकते हैं, लेकिन धीरे-धीरे, परिवार में, विद्यालय में या अन्य संस्थाओं में, इन नियमों का पालन करते हुए, यह हमारी आदत बन जाते हैं और इन्ही नियमों पर चलने की आदत, हमें अपने जीवन में आगे आने वाली कई बड़ी बड़ी परीक्षाओं के लिए तैयार करती हैं।

यदि हमारे जीवन में, किसी भी तरह का अनुशासन ना हो तो हम अपना कोई भी काम समय पर कर ही नहीं सकते हैं, जिसका दुष्प्रभाव हमारे व्यक्तित्व पर पड़ता है। इसके विपरित, अनुशासित व्यक्ति के व्यक्तित्व में, आत्मविश्वास की एक चमक होती है, जिससे लोग प्रभावित होते हैं; इस बात का फायदा उसे अपने कार्यक्षेत्र में होता है।

अनुशासित व्यक्ति अपना हर काम समय पर करता है, जिससे वह किसी भी महत्वपूर्ण कार्य के लिए, वरिष्ठों की पहली पसंद होता है। कुल मिलाकर, अनुशासन, व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करता है और अनुशासित जीवन जीने वाला व्यक्ति ही जीवन में सफल होता है।

उपसंहार :

हमारे जीवन में अनुशासन का कितना महत्व है, यह हमें प्रकृति से सीखना चाहिए। प्रकृति का चक्र, जिस तरह एक निश्चित नियमानुसार चलता है, यदि वह ऐसे चलना बंद हो जाए, या नियमों का पालन ना करें तो यह संपूर्ण सृष्टि के लिए कितना हानिकारक हो जाएगा।

सूर्य, चंद्रमा, ऋतुएं, मौसम आदि एक नियमानुसार अपने समय पर आते जाते हैं, इसलिए हमारा जीवन भी सुचारु रूप से चलता है। व्यक्ति के जीवन में भी अनुशासन का इतना ही महत्व होता है।

अनुशासित व्यक्ति, परिवार, समाज और देश के सभी नियमों का पालन करते हुए, एक अच्छा इंसान और एक अच्छा नागरिक बनकर हमेशा सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।


तृतीय निबंध (500 शब्द)

प्रस्तावना :

हर किसी के जीवन में अनुशासन बहुत मायने रखता है; क्योंकि अनुशासन के बिना एक सुखी समृद्ध जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। अनुशासन वह सब कुछ है; जो हम सही समय में सही तरीके से करते हैं; यह हमें सही रास्ते पर ले जाता है। जीवन के सभी कार्यों में अनुशासन अधिक मूल्यवान है।

हमें हर समय इसका पालन करना चाहिए चाहे वह स्कूल हो, घर हो, कार्यालय हो, संस्थान हो, फैक्टरी हो या खेल का मैदान या युद्ध का मैदान दूसरी जगह पर भी यह खुशहाल और शांतिपूर्ण जीवन जीने की सबसे बड़ी जरूरत होती है; क्योंकि यदि आप अनुशासित होते हैं; तो आप चाहे जिस भी क्षेत्र में हो वहां पर अव्वल रहेंगे और सफलता प्राप्त करेंगे।

अनुशासन के मायने

अनुशासन शब्द दो शब्दों के मिलान से बना है; जिसमें अनु, शब्द का आशय पालन करने से है; और शासन, शब्द का अर्थ नियम से है; इस प्रकार अनुशासन का अर्थ नियमों का पालन करना है। हमारे जीवन को सुखमय बनाने में अनुशासन का बहुत बड़ा योगदान होता है; यह हमें नियमों का पालन करना सिखाता है; मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है; जो कि समाज में रहता है; और उसमें रहने के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है। अनुशासन वह सफलता की कुंजी है; जिसके सहारे हम मुश्किलों के बड़े से बड़े ताले खुल सकतें हैं।

अनुशासनहीनता के कारण जीवन में कोई शांति व समृद्धि नहीं होती है; इसके बजाय बहुत सारी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। इसलिए यदि हम अपने जीवन में आदेशों और नियमों का पालन करते हैं; और अनुशासन के पथ पर चलते हैं; तो सफलता की ऊंचाइयों पर जा सकते हैं।

अनुशासन कैसे सीखे

हमें माता-पिता, शिक्षकों और अपने बुजुर्गों की आज्ञा का पालन करना चाहिए। हमें उनके अनुभवों के बारे में जानने और उनकी सफलताओं व असफलताओं से सीखने के लिए उन्हें सुनना चाहिए; क्योंकि जब हम किसी चीज को पूरी तन्मयता के साथ सुनते हैं; तो उससे हमें कुछ ना कुछ तो जरूर सीखने को जरूर मिलता है; क्योंकि प्रत्येक चीज हमें कुछ ना कुछ सिखाती है; चाहे वह सकारात्मक पक्ष में सिखाएं या फिर नकारात्मक पक्ष में। प्रकृति भी हमें अनुशासन का सुचारू सही रूप से पालन करना सिखाती है।

प्रकृति में अनुशासन के उदाहरण

सूर्य हर दिन सही समय पर उदय होता है; और सही समय पर अस्त होता है; जिसके बाद चंद्रमा अपने नियमित समय पर उदित होता है; और सुबह होने से पहले अस्त हो जाता है; यह क्रम बराबर चलता रहता है। सूर्य और चंद्रमा प्रकृति में सबसे अच्छे उदाहरण हैं; जिनसे हम अनुशासन की परिकल्पना को जान सकते हैं; और अपने जीवन में उतार सकते हैं। सोचिए अगर सूर्य और चंद्रमा भी अनुशासन का पालन न करते हुए अपने सही समय पर उदय और अस्त ना हो तो क्या होगा। इसलिए हमें अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों से बचने के लिए अपने जीवन में अनुशासन को उतारना चाहिए।

उपसंहार :

संक्षेप में हम यह कह सकते हैं कि अनुशासन वह सीढ़ी है; जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की ऊंचाई की ओर बढ़ सकता है; और भाई अपने मार्ग से विचलित नहीं होता है । अनुशासन से ही हम जीवन में सफल इंसान बनते हैं जिससे समाज में एक सम्मानित व्यक्ति के रूप में हम अपनी पहचान बना पाते हैं; यही कारण है कि आज के इस आधुनिक युग में भी अनुशासन को इतना महत्व दिया गया है।

आज आपने क्या सीखा ):-

यहां हमने आपको अनुशासन पर छोटे तथा बड़े निबंध उपलब्ध कराए हैं। उम्मीद करते हैं आप यह सीख गए होंगे कि इस विषय पर निबंध कैसे लिखना है। यदि हमारे द्वारा लिखे गए यह निबंध आपके लिए उपयोगी साबित हुए हैं तो अपने मित्रों के साथ SHARE करना ना भूले।

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